देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय संगठन विश्व हिंदू सनातन सेवा संगठन में आपका स्वागत है

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**विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन का इतिहास**

विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन एक प्रमुख संगठन है, जिसका उद्देश्य हिंदू धर्म और संस्कृति का प्रचार-प्रसार करना और समाज में सेवाभाव को बढ़ावा देना है। इस संगठन की स्थापना का मुख्य उद्देश्य हिंदू समुदाय के अधिकारों की रक्षा करना और समाज में एकता को बढ़ावा देना है।

### संस्थापक & राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष

**पंडित श्री महेंद्र पाल भार्गव सनातनी ** इस संगठन के संस्थापक,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष हैं। उन्होंने संगठन की नींव रखी और इसे एक संरचित रूप दिया।

### संरक्षक

संरक्षक के रूप में **श्री योगी निरंजन नाथ जी महाराज** और **श्री पंकज जी महाराज** का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उनका मार्गदर्शन संगठन को दिशा प्रदान करता है।

### प्रमुख पदाधिकारी

– **राष्ट्रीय अध्यक्ष**: जितेंद्र वोहरा सनातनी– **महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष**: नीरू वोहरा सनातनी **राष्ट्रीय संगठन मंत्री डाटा एंट्री ऑपरेटर IT-CELL**: भरथरी नाथ मट्टू सनातनी  – **राष्ट्रीय महासचिव**:ऋषि देव सनातनी , राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विक्की कुमार सनातनी,– **राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (युवा मोर्चा)**: तरसेम लाल मट्टू सनातनी,प्रदेश उपाध्यक्ष महिला मोर्चा प्रीति सनातनी ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महिला मोर्चा अनीता वर्मा,  – **प्रदेश अध्यक्ष**: आरती टांक सनातनी,– **पंजाब प्रदेश सह प्रभारी**: प्रभु नाथ मट्टू सनातनी– **प्रदेश प्रभारी**: जोत नाथ सनातनी

### संगठन का उद्देश्य

1. **धर्म की रक्षा**: हिंदू धर्म की परंपराओं और मान्यताओं की सुरक्षा।
2. **समाजिक सेवा**: जरूरतमंदों की सहायता और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना।
3. **शिक्षा का प्रचार**: शिक्षा के माध्यम से समाज के विकास में योगदान।

### गतिविधियाँ

संघटन विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों का आयोजन करता है, जैसे:
– धार्मिक समारोह
– सेमिनार और कार्यशालाएँ
– सामाजिक सेवा अभियान

### निष्कर्ष

विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन का लक्ष्य न केवल हिंदू संस्कृति की रक्षा करना है, बल्कि समाज में एकता और सहिष्णुता को बढ़ावा देना भी है। यह संगठन लगातार अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए प्रयासरत है और आने वाले समय में भी समाज के लिए सकारात्मक योगदान देता रहेगा।

### विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन का अंतरराष्ट्रीय इतिहास

**विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन** एक ऐसा संगठन है, जो न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हिंदू संस्कृति और धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए कार्यरत है। इस संगठन की स्थापना का उद्देश्य है हिंदू समुदाय की एकता को बढ़ावा देना और वैश्विक स्तर पर हिंदू अधिकारों की रक्षा करना।

#### स्थापना और उद्देश्य

– **स्थापना**: संगठन की स्थापना 21वीं सदी के प्रारंभ में हुई, जब विभिन्न देशों में हिंदू समुदाय ने अपनी पहचान और संस्कृति को बनाए रखने के लिए एकजुट होने की आवश्यकता महसूस की।
– **उद्देश्य**: यह संगठन वैश्विक स्तर पर हिंदू संस्कृति को सहेजने, धर्म के प्रचार-प्रसार और सामाजिक कल्याण के लिए कार्य करता है।

#### प्रमुख गतिविधियाँ

1. **धार्मिक सम्मेलन**: विभिन्न देशों में हिंदू धर्म के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए धार्मिक सम्मेलन और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।
2. **संस्कृति कार्यक्रम**: सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय त्योहारों और परंपराओं का प्रचार किया जाता है।
3. **समाज सेवा**: जरूरतमंदों की सहायता और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

#### अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क

– **हिंदू संगठनों के साथ सहयोग**: संगठन ने विश्व के विभिन्न देशों में हिंदू संगठनों के साथ सहयोग किया है, जैसे अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, और ऑस्ट्रेलिया।
– **संस्कृति का वैश्वीकरण**: हिंदू संस्कृति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भागीदारी की जाती है।

#### चुनौतियाँ और अवसर

– **संस्कृति की रक्षा**: वैश्विककरण के युग में हिंदू संस्कृति को सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती है, जिसे संगठन प्राथमिकता देता है।
– **अवसर**: संगठन के प्रयासों से हिंदू समुदाय के सदस्यों में जागरूकता बढ़ी है और वे अपनी पहचान को लेकर अधिक सजग हुए हैं।

#### निष्कर्ष

विश्व हिंदू सनातन सेवा संघटन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्य हिंदू धर्म और संस्कृति को सहेजने के लिए महत्वपूर्ण है। यह संगठन न केवल धार्मिक एकता को बढ़ावा देता है, बल्कि सामाजिक सेवाओं के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास भी करता है। इसका लक्ष्य एक सशक्त और समर्पित हिंदू समुदाय का निर्माण करना है।

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